PM विश्वकर्मा कौशल्यविकास योजना 2025: योजना, लाभ और आवेदन प्रक्रिया
PM विश्वकर्मा कौशल्यविकास योजना 2025: योजना, लाभ और आवेदन प्रक्रिया | Updated: 2025-09-11
प्रधानमंत्री विश्वकर्मा कौशल्यविकास योजना 2025 एक अभिनव पहल है जिसका उद्देश्य देश के पारंपरिक कारीगरों, शिल्पकारों और कुशल श्रमिकों को वित्तीय और तकनीकी सहायता प्रदान करना है। इस योजना के जरिए लाभार्थियों को स्वरोजगार और कौशल विकास के अवसर दिए जाते हैं।
योजना का नाम और शुरुआत
प्रधानमंत्री विश्वकर्मा कौशल्यविकास योजना को 17 सितंबर 2023 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा विश्वकर्मा जयंती पर लॉन्च किया गया था। इसका मकसद 18 पारंपरिक व्यावसायिक श्रेणियों के कारीगरों को सहायता प्रदान करना है।
उद्देश्य (Objective)
इस योजना का मुख्य उद्देश्य कारीगरों और शिल्पकारों को आर्थिक सहायता, कौशल उन्नयन, और स्वरोजगार के लिए प्रेरित करना है। इससे उनके व्यवसाय के विस्तार में मदद मिलती है और वे मुख्यधारा की अर्थव्यवस्था से जुड़ते हैं।
लाभार्थी (Beneficiaries)
- 18 पारंपरिक ट्रेड के कारीगर, जैसे लोहार, दर्जी, मोची, सुनार, नाई, राजमिस्त्री आदि।
- ग्रामीण और शहरी क्षेत्र के पात्र श्रमिक।
- 18 वर्ष की आयु से ऊपर के कारीगर।
मुख्य लाभ (Benefits)
- 5-7 दिवसीय बेसिक प्रशिक्षण और 15 दिन तक एडवांस्ड ट्रेनिंग।
- प्रति दिन ₹500 का स्टाइपेंड।
- ₹15,000 का टूलकिट प्रोत्साहन।
- 5% ब्याज दर पर सस्ता लोन (₹1 लाख पहली किस्त और ₹2 लाख दूसरी)।
- PM विश्वकर्मा प्रमाणपत्र एवं ID कार्ड प्रदान।
- डिजिटल भुगतान में प्रोत्साहन।
- प्रचार एवं विपणन सहायता।
पात्रता (Eligibility Criteria)
- कम से कम 18 वर्ष आयु।
- पात्र ट्रेड में सक्रिय रूप से कार्यरत होना आवश्यक।
- पिछले 5 वर्षों में इसी प्रकार की केंद्र या राज्य सरकार की लोन योजना का लाभ न लिया हो।
- सरकारी सेवा में न होने वाले व्यक्ति।
- परिवार का केवल एक सदस्य योजना का लाभ उठा सकता है।
ज़रूरी दस्तावेज़ (Required Documents)
- आधार कार्ड
- पैन कार्ड (यदि उपलब्ध हो)
- बैंक खाता विवरण
- निवास प्रमाण पत्र
- व्यवसाय प्रमाण पत्र या ट्रेड प्रमाणपत्र
आवेदन प्रक्रिया (Online/Offline Apply)
आवेदन ऑनलाइन आधिकारिक पोर्टल (pmvishwakarma.gov.in) या निकटतम CSC केंद्र से किया जा सकता है। आवेदन के लिए मोबाइल व आधार नंबर के साथ OTP वेरिफिकेशन आवश्यक है।
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कब और कहाँ लागू (Coverage/Timeline)
यह योजना पूरे भारत में लागू है और वित्तीय वर्ष 2027-28 (31 मार्च 2028 तक) विस्तारित की गई है। ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों में कारीगर इसका लाभ उठा सकते हैं।
ताज़ा अपडेट्स (Latest News/Updates)
सरकार द्वारा मार्च 2025 तक लगभग 30 लाख कारीगरों को लाभान्वित किया जा चुका है। प्रशिक्षण केंद्रों के विस्तार के साथ आवेदन प्रक्रिया सहज हुई है। नए अपडेट्स के लिए आधिकारिक वेबसाइट पर नियमित जांच करें।
आधिकारिक वेबसाइट: pmvishwakarma.gov.in
FAQ (सामान्य सवाल-जवाब)
कौन इस योजना के लिए पात्र है?
वो कारीगर जो 18 ट्रेड्स में कार्यरत हैं, जैसे लोहार, सुनार, दर्जी आदि, और 18 वर्ष से अधिक आयु के हैं।
क्या आवेदन ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरीकों से हो सकता है?
जी हाँ, ऑनलाइन पोर्टल के साथ CSC केंद्रों के माध्यम से भी आवेदन संभव है।
लाभ कितनी बार मिलते हैं?
ट्रेनिंग के दौरान स्टाइपेंड और टूलकिट प्रोत्साहन के रूप में एक बार लाभ मिलता है, लोन किस्त की स्थिति अलग है।
क्या मनरेगा श्रमिक भी आवेदन कर सकते हैं?
यदि वे उपयुक्त ट्रेड में काम करते हैं और योजना की पात्रता पूरी करते हैं तो आवेदन कर सकते हैं।
डिस्क्लेमर: यह ब्लॉग केवल जानकारी के उद्देश्य से है। योजना संबंधी जानकारी समय-समय पर बदल सकती है। कृपया आधिकारिक स्रोतों से सत्यापन अवश्य करें।